वैदिक भजन
तेरी अपार महिमा कैसे बयान होवेकुछ बोलने से पहले गूंगी जुबान होवे
तेरी अपार महिमा कैसे बयान होवे
तेरी अपार महिमा ...
भगवान तुमसे बढ़कर दुनिया में कौन होगा २
अब तक नहीं मिला जो तेरे समान होवे
तेरी अपार महिमा कैसे बयान होवे
तेरी अपार महिमा ...
तेरी महानता की सीढ़ी को छूं न पाए २
दुनिया में कोई चाहे कितना महान होवे
तेरी अपार महिमा कैसे बयान होवे
तेरी अपार महिमा ...
जिस आदमी के सर पर करुणा का हाथ रख दे २
उसकी हरेक मुश्किल पल में आसान होवे
तेरी अपार महिमा कैसे बयान होवे
तेरी अपार महिमा ...
जीवन में लोग तुझको पहले नहीं बुलाते २
तब पथिक याद करते जब लब पे जान होवे
तेरी अपार महिमा कैसे बयान होवे
तेरी अपार महिमा ...
स्वर एवं रचना - *सत्यपाल पथिक* (वैदिक भजनोपदेशक)
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